मेरा नाम सूरज बंसल है। में शकूर बस्ती झुग्गी झोपड़ी मैं रहता हु और में दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट हु । 19 जनवरी 2021 में मैने अपनी छोटी बहन जिसका नाम रखी था जिस की उमर 16 साल थी उस को सुसाइड के कारण खो दिया । और जिस टाइम ये सब हुआ था उस वक्त घर पे हम तीन भाई बहन ही थे जिस में सब से बड़ा भाई था । दिन के 1 बजे ये सब हुआ । मुझे इस सब ने काफी तोड़ दिया था । कभी कभी तो मेरा भी मन करता था की मैं भी अपने आप को खत्म कर लो मगर मुझे उस समय लगा की कितने और परिवार है जिन के साथ ये सब होता कितने युवा है जो हर रोज सुसाइड कर के अपनी जान ले लेते है । क्योंकि उन के पास कोई बात करने वाला सही इंसान नहीं होता है। इसलिए मैंने सोचा कि मैं एक यूथ क्लब शुरू करूंगा जो इस पार काम करेगा तब मैने अपना क्लब शुरू किया । जिस के युवा एक दूसरे की बात सुने के लिए हमेशा तैयार रहते है । उन लोगो ने मिल कर एक पीयर कम्युनिटी बना ली और आज हमरे क्लब में 70 से भी ज्यादा युवा जुड़े है।
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