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अपने अनुभव साझा करने के बारे में कुछ सवाल:

अगर आगे दिए गए किसी भी सवाल के लिए आपका जवाब हाँ है, तो हम आपको अपनी कहानी बताने के लिए आमंत्रित करते हैं।

  • क्या आपको कभी सुसाइड के विचार आए हैं या आपने कभी उन विचारों के अनुसार कदम उठाए हैं?
  • क्या आपने किसी करीबी व्यक्ति की मदद की है जिनको ऐसे विचार आए हैं या जिन्होंने खुद को नुक्सान पहुंचाया है?
  • क्या आपने कभी किसी को सुसाइड के कारण खोया है?

सुसाइड के बारे में खुल कर बात करना इस मुद्दे से जुड़ी शर्मिंदगी को मिटाने में मदद करता है और इससे युवाओं को ज़रूरत के समय पर सहायता मिलती है। आपकी कहानी युवाओं को प्रेरित कर सकती है और उन्हें भरोसा दिला सकती है कि वे अकेले नहीं हैं।

आप अपनी कहानी और अपने अनुभव ऑडियो, वीडियो, लेख, कविता या आर्ट/ड्राइंग के माध्यम से साझा कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो अपने अनुभव को बिना अपना नाम बताए अनाम रूप से साझा कर सकते हैं। हम निवेदन करते है कि कोई भी ऐसी सब्मिशन जो लेख रूप में नहीं हैं, आप उन्हें एक ओपन शेयरिंग लिंक जैसे ड्रॉपबॉक्स/ड्राइव के ज़रिए शेयर करें। लिंक के साथ एक विवरण भी दें जिससे हमारे पाठकों को आपके सब्मिशन का सन्दर्भ समझ आएगा। हम ऐसी कोई भी जानकारी, चित्र, फोटो, या वीडियो पब्लिश नहीं करेंगे जिसमे सुसाइड करने के या खुद को नुक्सान पहुँचाने के तरीकों के बारे में बताया गया है।

आउटलिव स्टाफ अपने सम्पादकीय दिशा-निर्देश के अनुसार आपके सब्मिशन में कुछ बदलाव कर सकती है जैसे स्पेलिंग और व्याकरण की सुधारना, लेख की स्पष्टता, और लम्बाई में सुधारना। हम आपके सब्मिशन में कुछ ऐसे बदलाव कर सकते हैं जिससे उसका प्रभाव उचित रूप में पड़ सकें। उचित बदलाव करने के बाद आपके साथ आपकी सब्मिशन का एक ड्राफ्ट (प्रारूप), आपकी सहमति के लिए शेयर किया जाएगा। प्रकाशित हुए अनुभव आउटलिव के वेबसाइट के ज़रिए और हमारे संचार माध्यम जैसे सोशल मीडिया, प्रेस रिलीज़, न्यूज़लेटर के द्वारा वितरित किए जायेंगे।

अपने निजी अनुभवों पर गौर करने के लिए कुछ सुझाव:

हमें अपने बारे में बताएं।

हमारे पाठकों को अपने बारे में बताएं जिससे वे आपसे परिचित हो पाएं। उन्हें बताएं कि आप क्या करना पसंद करते हैं। अपने बारे में सिर्फ वही बातें बताएं जो आप सबके साथ साझा करने में सहज हैं। ऐसी कोई बात बताना आवश्यक नहीं है जिसे आप खुद बताने में असहज महसूस कर रहे हैं।

सोचेें कि आपका अपने अनुभव साझा करने के पीछे का उद्देश्य क्या है।

क्या आप जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं या सहायता चाहते हैं? अगर आप सहायता चाहते हैं तो हम आपको हमारे रिसोर्सेज देखने का सुझाव देंगे जिससे आप खुद की संभाल कर पाएंगे।

आपके अनुसार लोगों को आपके अनुभवों से क्या सीख लेनी चाहिए?

वह कौन सी परिस्थितयाँ या पल हैं जिनमें आपने सुसाइडल विचारों को अनुभव किया है? यह सोचें कि आप अपने निजी अनुभवों के कौनसे पहलू सभी के साथ साझा करना चाहते हैं और सिर्फ वही बातें बताएं जो आप एक सार्वजनिक फोरम पर सहजता से साझा कर सकते हैं।

अपने तनाव और सुसाइडल विचारों के लिए सहायता प्राप्त करने का अनुभव बताएं।

अपने अनुभव के वह पहलू बताएं जिससे यह पता चले की समय पर सहायता लेना कितना ज़रूरी है और यह जीवन में उम्मीद कायम करने के लिए और तनाव से उभरने के लिए कितना मददगार होता है। आप उन व्यक्तियों, गतिविधियों, और क्रियाओं की बात कर सकते हैं जिन्होंने आपको तनाव से उभरने में और आपको तकलीफों का सामना करने में मदद की है। आपके अनुभव के यही पहलू हमें बताएंगे की मुश्किलों का सामना करने के कौशल सीखना और सहायता प्राप्त करना, तनाव से उभरने के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है।

आपके वर्तमान परिस्थितियों के बारे में बताएं। आप इस समय कैसे हैं?

आपकी अभी की परिस्थितियाँ /अनुभव पहले से कैसे अलग हैं? आपको अपने जीवित रहने के निर्णय पर कायम रहने के लिए और अपने जीवन को जीने योग्य बनाने के लिए क्या प्रोत्साहित करता है? आप अभी की परिस्थितियों में मुश्किलों का सामना कैसे कर रहे हैं? वर्तमान परिस्थितयों की वह बातें बताएं जो आपके लिए अनुकूल हैं या किसी भी ऐसी चीज़ के बारे में बताएं जिससे आपको इस समय मदद मिल रही है, जैसे कि सेफ्टी प्लैन। दूसरों में उम्मीद जगाने की कोशिश करें।

दूसरों के लिए एक उम्मीद भरा सन्देश।

अपने अभी तक के सफर पर गौर करें और हमें बताएं की आगे बढ़ते हुए वह कौनसी सबसे महत्वपूर्ण सीख है जो आप सबके साथ बाँटना चाहते हैं? आपके अनुसार, अपने अनुभवों को साझा करना क्यों महत्वपूर्ण है ?

अपने लेख को 500-700 शब्दों तक सीमित रखें। अगर आप कोई सवाल करना चाहते हैं, तो आप हमें [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं।

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अपने अनुभव साझा करने वाले व्यक्तियों से एक सन्देश

मैं अपने अनुभव इसलिए बता रही हूँ, क्योंकि दूसरों के अनुभवों/कहानियों ने मुझे उस वक़्त संभाला जब मुझे और कहीं से मदद नहीं मिल रही थी। इन अनुभवों ने ही मुझे अलग संभावनाओं को और अपने जीवन को अलग नज़रिए से देखने में मदद की।

सेंजुति, 22

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अपने अनुभव साझा करने वाले व्यक्तियों से एक सन्देश

अगर आपको इस समय सुसाइडल विचार या भावनाएं महसूस हो रहें है तो इसी समय किसी क्राइसिस हेल्पलाइन या किसी विश्वसनीय बालिग़/दोस्त से, अपना लेख सबमिट करने से पहले बात करें। स्वयं की मदद करने के लिए कुछ रिसोर्सेज इस लिंक पर उपलब्ध हैं।

सेंजुति, 22

कितना मददगार क्या यह पेज था?

फीडबैक हमें सभी के लिए अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपनी सामग्री और संसाधनों को बेहतर बनाने में मदद करता है।